Friday, October 7, 2011

लोग मतलब में दिवाने हो गये

लोग मतलब में दिवाने हो गये

कुछ ज़ियादा ही सयाने हो गये

हाल उसका मुझसे अब क्या पूछिये

उसको देखे तो ज़माने हो गये

हम तो यूँ ही हो गये जल्वानुमा

आप तो सचमुच दिवाने हो गये

मैंने रख दी सामने मज़बूरियाँ

वो ये समझे फिर बहाने हो गये

अस्ल सूरत देखना मुम्किन नहीं

आइने इतने पुराने हो गये

कब से दोहन कर रहा है आदमी

तंग क़ुदरत खज़ाने हो गये

बन के बच्ची खेलूँ कमसिन किस के साथ

अब तो बच्चे भी सयाने हो गये

2 comments:

  1. बहुत बढ़िया गजलें हैं आपकी, तारीफे काबिल हैं।

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  2. कब से दोहन कर रहा है आदमी
    तंग क़ुदरत खज़ाने हो गये................Bahut khub....Meri Shubhkamnayein....Yu hi likhate rahiye !!!

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